प्रदेश प्रवक्ता डॉ चिंतामणि मालवीय ने चर्चा के दौरान कहा की प्रदेश मे एक नहीं अपितु कई पावर सेंटर हैं जिसके चलते पूरे प्रदेश मे अव्यवस्था देखने को मिल रही है !डॉ मालवीय ने कहा की दिग्गविजय सिंह जी को प्रदेश बरबाद करने मे 10 वर्ष लगे थे वो ही कार्य द्रुतगति से कमलनाथ जी ने मात्र एक वर्ष मे ही कर दिया ! तबादला उढ्योग की परिणित अधिकारियों मे असुरक्षा के भाव के रूप मे स्पष्ट देखि जा सकती है , साथ ही इसमे पनपे भ्रूष्टाचार का विकेन्द्रीकरण नीचे तक हो रहा है , जो अधिकारी पैसे देकर आया है अर्थात तबादला उढ्योग मे निवेश कर के आया है अब वो उसे समाज मे समेटने मे लगा है जिसका सीधा प्रभाव इस प्रदेश की भोली भाली जनता पर देखने को मिल रहा है , पूरे प्रदेश मे अराजकता और अनिश्चितता का वातावरण निर्मित हुआ है और प्रदेश के जिम्मेदार अपने हिस्से पाटे मे व्यस्त हैं ! राजनैतिक द्वेषता की हद यहाँ तक है की शिवराज सरकार के दौरान चलायी जाने वाले अधिकतर जनहितेशी योजनाओं को बंद किया जा रहा है , जो पाँच हज़ार रुपए एक गरीब को मृत्यु पर तुरंत मिल जाया करते थे वो तक भी इस सरकार ने उस गरीब से छिन लिए ! ये इस प्रदेश का दुर्भाग्य है की मात्र 1 वर्ष मे 122 अन्नदाता ने आत्महत्या की और जिम्मेदार उपलब्धि गिनवा रहे हैं ! डॉ मालवीय ने कहा की हमारी सरकार के दौरान हर वर्ष दारू की दुकानों मे 10 प्रतिशत कटोती की जाती थी परंतु अब वर्तमान सरकार घर पहुँच सेवा देने की योजना तैयार कर रही है !
प्रदेश की बरबादी मे दिग्गविजय जी को 10 वर्ष लगे , कमलनाथ जी ने 1 वर्ष मे कर दिया