पत्रकारवार्ता में भाजपा ने कमलनाथ सरकार के एक साल बेमिसाल की विफलताएँ गिनाईं
कमलनाथ सरकार ने किसानों के साथ सिर्फ छलावा किया है। कर्जमाफी के बावजूद मध्यप्रदेश में किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं। फसलें खराब होने पर मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। किसान कर्ज वसूली से परेशान हैं। कमलनाथ सरकार चुनाव के पूर्व बनाए अपने वचन पत्र को भी नहीं पूरा कर पाई।

यह आरोप सांसद अनिल फिरोजिया ने भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान कमलनाथ सरकार के एक साल पूरे होने पर लगाए। सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि जब राहुल गांधी ने मंदसौर में सभा के दौरान कहा कि कांग्रेस सरकार आएगी, तब सबके बिजली बिल माफी कर देंगे। किसानों का कर्जा माफ कर देंगे। बेरोजगारी भत्ता देंगे। जबकि कांग्रेस के एक साल के दौरान इसका उलटा हुआ है। बिजली बिल अनाप-शनाप आ रहे हैं। किसानों से कर्ज वसूली हो रही है। बेरोजगारी भत्ते के नाम पर अभी तक किसी को कुछ नहीं मिला है। किसान ठगे से महसूस कर रहे हैं। कन्यादान योजना के बारे में सांसद फिरोजिया ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने सामूहिक विवाह में कन्यादान के रूप में हर बेटी के खाते में 51 हजार रुपए डालने का वादा किया था। बीते एक साल में सरकार की ओर से हजारों सामूहिक विवाह हुए। परन्तु किसी भी बेटी को अभी तक उनके खाते में ५१ हजार तो क्या एक रुपए भी नहीं आए।

नए निर्माण कार्यों के संबंध में श्री फिरोजिया ने कहा कि जिन निर्माण कार्यों को शिवराज सरकार के समय स्वीकृत किए गए थे, या जो आचार संहिता के कारण शुरू नहीं हो पाए थे, उन निर्माण कार्यों की शुरुआत कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में हुई है। कमलनाथ सरकार अभी तक कोई भी नए विकास कार्य नहीं हुए। कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में यदि कोई उद्योग फलाफूला है तो सिर्फ ट्रांसफर उद्योग ही फला-फूला है। अब स्थिति यह है कि किसी अधिकारी, कर्मचारी को यह नहीं पता कि नए विभाग में उसे कितना समय बिताना है। कभी भी, कहीं भी, किसी का भी ट्रांसफर मनमाने ढंग से किया जा रहा है। कमलनाथ सरकार ने शिवराज सरकार की कई योजनाओं को बंद कर दिया।

मोदी सरकार ने किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए मप्र में सर्वे करवाकर एक हजार करोड़ रुपए भिजवाए, लेकिन सरकार ये रुपए किसानों को देने में लापरवाही बरत रही है। अन्य कई योजनाओं में केन्द्र सरकार जो पैसा दे रही है, उसका भी कमलनाथ सरकार उपयोग नहीं कर पा रही है। सदन में भी यदि भाजपा सरकार किसान हितेषी कोई बिल लाते हैं तो कांग्रेस के सांसद बीच में व्यवधान पैदा करते हैं।

भाजपा जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला ने कहा कि किसानों के हित में शिवराज सरकार द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं को कमलनाथ सरकार ने बंद कर दिया है। किसानों को किसी फसल के बम्पर उत्पादन होने पर यदि घाटा होता था तो शिवराज सरकार उस घाटे की भरपाई करती थी। किसानों को कभी-कहीं नुकसान नहीं होने दिया। पूर्व सांसद प्रो. चिंतामणि मालवीय ने कहा कि मप्र में अब अराजकता व्याप्त है। प्रदेश में प्रशासनिक स्तर पर अव्यवस्थाएँ नजर आ रही है। भ्रष्टाचार तेजी से पनप रहा है। भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई कई जनकल्याणकारी योजनाएँ कमलनाथ सरकार ने बंद कर दी है। महिलाओं को स्मार्ट फोन देने का वादा किया था, वह भी नहीं मिल रहे हैं। स्कूलों में साइकल मिलना बंद हो गई। भाजपा राज में शराब की दुकानें बंद हो रही थी, कमलनाथ सरकार घर-घर शराब पहुंचाने का काम कर रही है। दिग्विजयसिंह सरकार ने जिस तरह से प्रदेश को १० साल में बर्बाद कर दिया था, उसी प्रकार कमलनाथ सरकार ने भी एक साल में ही प्रदेश को बर्बाद कर दिया। केन्द्र की कई योजनाओं में प्रदेश में बाधित किया जा रहा है। शुद्ध के लिए युद्ध के नाम पर प्रदेश में व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। व्यापारियों में भय का माहौल पैदा कर दिया है।

पत्रकार वार्ता में महापौर मीना जोनवाल ने कहा कि जब से कमलनाथ सरकार आई है, तब से उज्जैन में विभिन्न योजनाओं के लिए पैसा आना बंद सा हो गया है। जहाँ एक रुपए की आवश्यकता होती है, वहाँ मात्र 5 पैसे ही मिल रहे हैं। विभिन्न योजनाओं में प्रदेश सरकार से बकाया राशि के बारे में महापौर ने बताया।

भाजपा नेता राजपालसिंह सिसोदिया ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने जो विकास के दावे किए थे, वो सब ठप है। किसानों ने बैंक जाना बंद कर दिया। भाजपा शासन के दौरान सहकारी बैंक के माध्यम से ० प्रतिशत पर जो ब्याज दिया जाता था, वह भी बंद कर दिया गया। इस सरकार ने किसानों को मरने के छोड़ दिया। पत्रकार वार्ता में भाजपा नेता सचिन सक्सेना व अन्य नेता उपस्थित थे।