कमलनाथ सरकार का 1 वर्ष पूर्ण हुआ और सरकार इसे बड़े ही धूमधाम से 1 साल बेमिसाल के रूप मे मना रही है

कमलनाथ सरकार का 1 वर्ष पूर्ण हुआ और सरकार इसे बड़े ही धूमधाम से 1 साल बेमिसाल के रूप मे मना रही है , ये निर्लज्जता की परकाष्ठा है किसान आत्महत्या कर रहा है , बुआई के लिए खाद बीज की उपलब्धता नहीं है , यूरिया के लिए किसान लाइन लगाकर खड़ा है ,युवा बेरोजगार घूम रहा है , महिलाए खुद को असुरक्षित महसूस कर रहीं , आपराधियों के होसले बुलंद है चारों और त्राहिमाम है और सरकार एक वर्ष पूर्ण होने का जश्न मना रही है , अरे कमलनाथ जी ये एक साल बेमिसाल नहीं आपका एक साल प्रदेश खस्ताहाल ! ये बाद सांसद श्री अनिल फिरोजीया ने पत्रकार वार्ता मे मीडिया से संवाद के दौरान कही !


मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना के अनुसार प्रदेश सरकार की विफलताओं का एक वर्ष पूर्ण हुआ है इसी अवसर पर पूरे प्रदेश मे जिला मुख्यालयों पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रदेश सरकार की विफलताओं को उजागर करने हेतु पत्रकार वार्ता आयोजित की गई इसी तारतम्य मे उज्जैन भाजपा द्वारा भी स्थानीय भाजपा लोकशक्ति कार्यालय पर पत्रकार वार्ता आयोजित की गई जिसे सांसद श्री अनिल फिरोज़िया प्रदेश प्रवक्ता डॉ चिंतामणि मालवीय , श्री राजपाल सिंह सीसोदिया , जिलाध्यक्ष श्री बहादुर सिंह बोरमुंडला , महापौर श्रीमती मीना जोनवाल ने समोबोधित किया !

सांसद श्री फिरोजीया ने कहा की सरकार ने अपने घोषणा पत्र मे किए एक भी वादे को पूर्ण नहीं किया ना कर्जमाफ़ी हुई , ना वेरोजगारी भत्ता मिला , न बिजली बिल हाफ हुआ , ना पेट्रोल डीजल के दाम कम हुए न ही रोजगार पैदा हुए , पर हाँ इस एक वर्ष मे सरकार ने तीन कार्य अवश्य किए है पहला प्रदेश की जनता को धोका दिया , दूसरा भ्रष्टाचार को बड़ावा दिया और तीसरा पदेश की कानून व्यवस्था का सत्यानाश किया ! यही कमलनाथ सरकार की एक वर्ष की उपलब्धि है ! केंद्र की तरफ से मांग से ज्यादा यूरिया उपलब्ध करवाया गया परंतु किसान आज भी कतार लगाए खड़ा है क्योंकि काँग्रेस के नेताओं ने यूरिया की कालाबाजारी और जमाखोरी प्रारम्भ कर दी जिसका उदाहरण हाल ही मे हरदा मे देखने को मिला !

पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष श्री बहादुर सिंह बोरमुंडला ने कहा की प्रदेश मे अतिवृष्टि से कई जिले प्रभावित हुए खेत तालाब बन गए फसलें बरबाद हो गईं परंतु किसानों को मुआवजे की राशि प्राप्त नहीं हो पायी क्योंकि अधिकतर किसान कर्जमाफ़ी के झूठे वादे के चलते फसल बीमे की किश्त जमा करने से वंचित रह गए और उन्हे फसल बीमे की राशि प्राप्त नहीं हो सकी ! श्री बोरमुंडला ने कहा की केंद्र सरकार ने किसानों के हितार्थ किसान समृद्ध योजना प्रारम्भ की परंतु राजनैतिक द्वेषता से ग्रस्त होने के कारण प्रदेश सरकार ने केंद्र को आज दिनांक तक प्रदेश की किसानों के पूर्ण आंकड़े उपलब्ध नहीं करवाए जिसके चलते प्रदेश का अधिकतर किसान केंद्र सरकार की इस योजना के लाभ से भी वंचित रह गया !