शहर व उद्योगों का जहरीला पानी नदी में छोडऩे के कारण 100 गांवों का भूमिगत जल प्रदूषित वह जमीन बंजर होने का खतरा बढ़ गया है। पूर्व जनपद सदस्य व हीरली में पुल बनाने के लिए संघर्ष कर रहे आंदोलन के सूत्रधार हंसराज मंडलोई, फारुक पटेल, कयुम पठान एवं ग्राम सिमरोल के वरिष्ठ समाजसेवी अमर सिंह जादौन ने बताया कि शिप्रा नदी में उनकी मांग को लेकर एवं पुण्य सलिला मोक्ष दायिनी शिप्रा नदी में देवास शहर व उद्योगों का गंदा पानी छोडऩे के खिलाफ ग्रामीणों वह स्कूल में पढऩे वाली छात्राओं ने प्रदर्शन किया व शिप्रा नदी में पुल की मांग की व नदी में देवास का गंदा पानी छोडऩे के खिलाफ नारेबाजी की।
हंसराज मंडलोई ने बताया कि देवास जिले के ग्राम हिरली व इंदौर जिले के सांवेर विधानसभा क्षेत्र के गांव सिमरोड के बीच शिप्रा नदी बहती हैं नदी में साल भर 15 फिट पानी होने के कारण एवं बारिश के समय जब नदी में बाढ़ होती हैं तब आसपास के 50 गांव का आवागमन व रास्ता बंद हो जाता है इस कारण ग्रामीणों को 50 किलोमीटर का चक्कर लगाकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ता है। मंडलोई ने आगे बताया कि इन गांवों की समस्या सिर्फ यहीं पर खत्म नहीं होती हैं देवास शहर एवं उद्योगों का गंदा पानी नाग धम्मन नदी के द्वारा शिप्रा नदी में मिलता है। अगर कोई गलती से इस नदी में स्नान कर लेता है तो उसके शरीर पर फफोले पड़ जाते हैं हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि 3 जिलों की सीमा होने के बाद भी हमारे क्षेत्र के सांसद एवं विधायक केंद्र सरकार में एवं प्रदेश सरकार में मंत्री हैं 3 लोकसभा क्षेत्र की सीमा हमारे गांव से लगती हैं प्रदेश एवं केंद्र में हमारे सांसद एवं विधायक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं यह उनकी कमजोरी माना जाए क्षेत्र की अवहेलना कि जो जनता उनको वोट देती हैं उनके बच्चे जुगाड़ की नाव से नदी पार करते हैं एवं खान नदी का एवं नाग धम्मन नदी का जहरीला पानी इन गांवों का पानी खराब कर रहा है एवं खतरनाक रसायनो के कारण जमीन बंजर हो रही है । एक तरफ शासन प्रशासन इंदौर शहर में खान नदी को स्वच्छ करने के नाम पर अरबों खरबों रुपए खर्च कर रही हैं दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र की जनता को प्रदूषित पानी पीने को मजबूर होना पड रहा है जबकि जो भी जनप्रतिनिधि इन क्षेत्रों से जीतकर गए हैं वह प्रदेश एवं केंद्र सरकार में ग्रामीण क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। ग्रामीणों में शासन प्रशासन से मांग की है कि शिप्रा नदी में जो नाग धम्मन नदी का गंदा पानी मिल रहा है उस पर रोक लगाई जाए एवं ग्राम हिरली व सिमरोल रोड के बीच शिप्रा नदी में बड़े पुल का निर्माण किया जाए ,ग्राम बैरागढ़ से महाराजगंज खेड़ा तक सड़क का निर्माण करवाया जाए ,शिप्रा नदी में जो गंदा पानी देवास शहर का आ रहा है उस पर तत्काल रोक लगाई जाए ,नदी किनारे के प्रत्येक गांव में शुद्ध पेयजल के लिए आरो प्लांट स्थापित किए जाए । साथ ही चेतावनी दी है कि अविलम्ब नदी में पुल का निर्माण करवाया जाए एवं शिप्रा नदी में जहां पर नाग दमन का गंदा पानी मिल रहा है वहां पर पानी साफ करने के लिए एक बड़ा प्लांट लगाया जाए अन्यथा ग्रामीण जन भविष्य में बड़े आंदोलन का आगाज करेंगे । इस अवसर पर जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष ओम प्रकाश चौधरी, सीताराम सुनानीया कुडाना, कुलदीप सुनानिया कुडाना, वरिष्ठ समाजसेवी व शिक्षक अभय सिंह राठौड़, कयूम खान पठान, आरोप पटेल, दिलीप सिंह सर, मेहरबान सिंह जादौन, शंकरलाल जीवन सिंह जादौन, अर्जुन वैष्णव, रमेश कीर सहित सैकड़ों ग्रामीण जन व सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। उक्त जानकारी फारुक पटेल पंचतलाव ने दी।
ग्रामीणों व छात्राओं ने प्रदर्शन किया