केरल के सबरीमाला मंदिर जा रही एक 12 साल की लड़की को रोक दिया गया. लड़की अपने पिता और रिश्तेदारों के साथ दर्शन करने पहुंची थी, लेकिन पुलिस ने उसे रोक लिया. ये घटना मंगलवार सुबह की है. लड़की पुड्डुचेरी से दर्शन करने पहुंची थी.
लड़की और उसका परिवार मंदिर की ओर बढ़ रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे रोक लिया और ऐज प्रूफ मांगने लगी. आधार कार्ड देखने के बाद पुलिस ने कहा कि लड़की को दर्शन करने की इजाजत नहीं मिल सकती.9 साल की लड़की का संदेश
सबरीमाला मंदिर को दो माह के दर्शन के लिए पिछले हफ्ते शनिवार (9 नवंबर) को खोल दिया गया. पिछली बार छावनी में तब्दील रहे सबरीमाला मंदिर में इस बार शांति दिख रही है. हालांकि, शनिवार को केरल पुलिस ने 10 महिलाओं को सबरीमाला मंदिर में अंदर जाने से रोक दिया.
9 साल की बच्ची हृदय कृष्णा अपने पिता हरिकृष्णा के साथ सबरीमला आई थी और उसने मीडिया को बताया, 'यह तीसरी बार है, जब मैं सबरीमला आई हूं और मंदिर की परंपरा के अनुसार, अब मैं तभी आ सकती हूं, जब मैं 50 साल की हो जाऊंगी, इसलिए मैंने तख्ती पहनने का फैसला किया.'
10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री बैन
पथानामथिट्टा जिले की पहाड़ी पर स्थित सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं के प्रवेश की इजाजत नहीं है, हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इन पाबंदियों को हटान के बाद भी इन उम्र की महिलाओं का यहां आने को लेकर विरोध जारी है. प्रदर्शन तक हो रहे हैं.
बेंगलुरू में रहने वाले केरल के निवासी हरिकृष्णा का कहना है कि वे सबरीमला मंदिर की परंपरा और संस्कृति को लेकर केवल एक संदेश देना चाहते थे, इसलिए उनकी छोटी बेटी ने अपने गले में यह संदेश लिखी हुई तख्ती पहनी थी.