किसान आक्रोश आंदोलन के दौरान रीवा से भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा तो कार्यकर्ताओं को भड़काते हुए नज़र आए. उन्होंने कहा कि बीजेपी किसानों के साथ मज़बूती से खड़ी है. अगर कांग्रेस या पुलिस का कोई व्यक्ति किसानों से वसूली करने आएगा तो उसका हाथ तोड़ दिया जाएगा. मिश्रा यहीं नहीं रुके वो आगे बोले, वसूली के लिए आए लोगों का गला दबाकर मार दिया जाएगा. जनार्दन मिश्रा अपने विवादित बयानों के कारण इससे पहले भी चर्चा में आ चुके हैं. एक बार उन्होंने एक सरकारी बैठक में रीवा के नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव को ज़िंदा गाड़ने की धमकी दी थी.बीजेपी के किसान आक्रोश आंदोलन के दौरान बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद गोटिया ने भी विवादित बयान दिया था. उमरिया में प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे गोटिया ने कहा था कि कार्यकर्ताओं की तरफ आंख उठाकर देखने वाले की बीजेपी आंख निकाल लेगी. उन्होंने कहा था कि कमलनाथ सरकार बीजेपी के रहमोकरम पर चल रही है. इंदौर में पार्टी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने मंच से कमलनाथ सरकार के मंत्रियों को चेतावनी दी थी कि जल्द से जल्द मंत्री और कांग्रेस नेता मैदान में पहुंचें और बाढ़ प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलवाएं. बिजली आती नहीं, बिल आता है वो माफ करवाएं. ये दोनों मांगे पूरी करें, नहीं तो सबको पता है हम खाली हाथ तो घूमते नहीं हैं.नीमच में बीजेपी विधायक अनिरुद्ध माधव मारू के भी बिगड़े बोल निकले थे. उन्होंने कहा था कि गांव-गांव में कांग्रेसियों को पकड़ें और पैसे भरवाएं. पैसे ना भरें तो इन्हें जूते लगाएं. ये कार्यकर्ता बहुत साल से भूखे थे, कांग्रेसी खाकर सो रहे हैं.हरदा में किसान आक्रोश आंदोलन के दौरान पूर्व मंत्री कमल पटेल ने चेतावनी दी थी कि कान खोलकर सुन लो कलेक्टर-एसपी अवैध शराब बंद करवा दो. मेरे पास हर गांव के वीडियो हैं. विधानसभा में मुद्दा उठाकर मैं सबकी नौकरी खा जाऊंगा. पटेल ने कहा कि टीआई एसपी को महीना देना बंद कर दो.
भाजपा सांसद ने खुले मंच से दी कर्ज़ वसूली करने वालों को धमकी