अनिश्चितकालीन पेंशन सत्याग्रह

देश में सभी कर्मचारियों के लिए समान पेंशन नीति लागू करने की एक सूत्रीय मांग को लेकर नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम NMOPS INDIA दिल्ली के आह्वान पर 9 नवंबर 2019 को नईदिल्ली शहीद पार्क आईटीओ में अनिश्चितकालीन पेंशन सत्याग्रह की शुरुआत हो चुकी है।जो कि अनवरत जारी रहेगी। शहीद भगतसिंह, शिवराम, राजगुरु और सुखदेव की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण के पश्चात इन्हीं महान शहीदों की प्रतिमाओं के समक्ष देश के विभिन्न राज्यों के समस्त पेंशन विहीन केंद्र और राज्य कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि वह पुरानी पेंशन नियम 1972 लागू होने तक अपनी जंग जारी रखेंगे। दिल्ली इकाई के संरक्षक डीएन सिंह ने बताया कि किसी की पेंशन अनुकंपा नहीं है। यह कर्मचारियों का संवैधानिक अधिकार है। देश में सभी पब्लिक सर्वेंट के लिए पेंशन नीति समान होनी चाहिए। सांसदों विधायकों निगम पार्षदों हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के जजों और सेना को ओल्ड पेंशन योजना लागू रखना और शेष कर्मचारियों को यहां तक कि अर्धसैनिक बलों को भी गारंटीड ओल्ड पेंशन योजना से वंचित करके 2004 से केंद्र एवं राज्य कर्मचारी अधिकारियों को एनपीएस लागू कर देना असंवैधानिक है जो की समानता के अधिकार का उल्लंघन है। संगठन के आह्वान और मध्यप्रदेश के प्रांत अध्यक्ष परमानंद डेहरिया की अपील पर उज्जैन जिले से जिला अध्यक्ष अपनी टीम के साथ दिल्ली पहुंचे और प्रथम दिवस 9 नवंबर 2019 को सत्याग्रह में मध्यप्रदेश की ओर से जिला अध्यक्ष उज्जैन जी एस  मेहर प्राथमिक शिक्षक इनके साथ पश्चिमी रेलवे विभाग महासचिव सुशांत पंडा महाराष्ट्र, केवलानंद धोनी स्वास्थ्य विभाग उत्तराखंड, सुनील रजत भाटिया जेबीटी हरियाणा, आलोक चंद्र प्रकाश पश्चिमी रेलवे विभाग अहमदाबाद गुजरात, बसंत प्रकाश नर्सिंग विभाग दिल्ली और श्रीमती उमा जाटव शिक्षिका छत्तीसगढ़ से सम्मिलित रहे। एनएमओपीएस के संरक्षक अरविंद पुष्प अध्याय ने बताया कि उज्जैन जिले से केंद्र और राज्य के रेलवे विभाग स्वास्थ्य विभाग वाणिज्य विभाग महिला बाल विकास विभाग जल विभाग डाक विभाग आदि समस्त विभागों के कर्मचारियों ने सत्याग्रह का समर्थन करते हुए आगामी तिथि में भी मध्यप्रदेश के सम्मिलित होने का आह्वान किया है यह सत्याग्रह निरंतर जारी रहेगा प्रत्येक राज्यों के कर्मचारी रोज अपना योगदान पुरानी पेंशन सत्याग्रह में निरंतर देते रहेंगे ओल्ड पेंशन खतरे में है और नई पेंशन योजना निजी कंपनियों के जबड़े में है सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 500 से 2000 भी पेंशन नहीं मिल पा रही है। इससे कर्मचारियों में बहुत आक्रोश है। 1000 से लेकर 3000 प्रतिदिन कमाने वाला व्यक्ति सेवानिवृत्ति पश्चात 50 से 150 रुपए प्रतिदिन में कैसे अपना परिवार का पालन पोषण करेगा या वह स्वयं के लिए खर्च करेगा जो कि संभव नहीं है। यह जानकारी नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम उज्जैन के महासचिव ईसार अहमद कुरेशी ने दी।